पित्र देव और घर के सेवादार को सिद्ध करने का मंत्र
पित्र देव और घर के सेवादार को सिद्ध करने का मंत्र
आज मैं आपको पित्र सिद्ध करने का या रूठे हुए पितरों को मनाने के लिए एक साधना देने जा रहा हूँ। यह साधना बहुत ही प्रभावशाली है और इसका मंत्र बहुत ही कम लोगों को पता है। सिर्फ कुछ विद्वान ही इस मंत्र की जानकारी रखते हैं, और उनकी संख्या उंगलियों पर गिनी जा सकती है। इस मंत्र के अनुष्ठान से धनधान्य की वर्षा होती है और संतान बाधा में कोई भी दिक्कत हो तो वह भी दूर हो जाती है। यदि पित्रों के क्रोध के कारण आपका कारोबार रुका हुआ है, तो वह भी फिर से चलने लगेगा और रुका हुआ पैसा भी मिल जाएगा। अगर कोई लंबे समय से बीमार है या कोई कारोबार, फैक्ट्री, या मशीनरी बार-बार नुकसान कर रही है, तो वह भी इस साधना से सही हो जाती है।
पित्र देव और घर के सेवादार की साधना के नियम
।।होम जगाने का मंत्र।।
बाबा आदम सिर जंतर ले माई, नारसिंग वीर तेरी करू बड़ाई सिंग तड़ापो ऐके डार जागे होम जागे अग्यार जागे खेड़ापति रखवाला जागे करुआ जागे भरुआ जागे बीर मसाण जागे बाबा अघोरी जिन विद्या फटकारी जागे तन्त्र मन्त्र और यन्त्र अली अली मौला मुर्तज़ा अली मुश्किल कुशा अली अनी अनभली आवे न पास आवे सो चली जाए मौजे मुज़फ्फर की गली या खुली अल्लाह फकीरों की गली"।
।।पितर देवता का मंत्र।।
ॐ नमो आदेश गुरु को, सेवादार पौण वंजारा। रोज़ करूं होम अग्यारा, चिट्टा वस्त्र चिट्टा वेश। फूल बतासा तेरी भेंट। । गद्दी वाले का जयकारा,करदे बेड़ा पार हमारा।चल नगर खेड़े न मान के चल ,ख़्वाज़े पीर न मान के चल ,नो नाथ चुरासी सिद्धां न मान के चल,गुरु गोरखनाथ न मान के चल, माई काली न मान के चल। मई मदानण दे बेड़े न मान के चल,गुरु उस्ताद न मान के चल,हनुमान और भैरों बाबा न मान के चल,चौसठ जोगनियाँ न मान के चल,जे ना चाले तो आन भोले पार्वती की, चले मंत्र फुरो देखु सेवादार तेरे मंत्र का तमाशा।
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